|| सर्व विजयी हिन्दू पुत्र राष्ट्रधर्म आराधना ||

संकल्प सन्देश

मैं __________ हिन्द पुत्र मुझमे किसी भी हिन्दू के प्रति चाहे वो जिस भी जाती क्षेत्र,रंग,लिंग,जैसा भी हो धनी हो या गरीब चाहे जिस भी आर्थिक स्तिथि का वो आधिकारी हो। मुझमे हिंदूतनिष्ठ होने के मेरे स्वस्थ्य विचारों में इससे कोई अंतर का बोध नही होगा।हमारी एकता समरसता का बाधक घोतक नही होगा और न कभी भविष्य में मैं अपने इन विचारों को प्रतिकुल स्तिथि में भी।मैं अपने हिंदुनिष्ठ विचार को प्रभावित नही होने दूंगा। मुझे अपने हिन्दू समाज को जागृत हिन्दू समाज बनाने में मेरी मेरी हर संभव कोशिश मेरे आजीवन प्रयास का हिस्सा होगा। आज हमें अपनें भाइयों को वेद और हिन्दू जीवन दर्शन का सही से बोध कराना हीं हमारा लक्ष्य होगा।

हमारे हिन्दू होने के कारण अगर किसी भी व्यक्ति समूह संगठन के द्वारा अगर प्रताड़ित किया जाता है।अथवा जहां हमारे देवी देवता पूजा पद्धति और पूर्वजों से सम्बंधित अगर किसी प्रकार की अनादर या अनदेखी की जाती है। हमारे धर्म स्थल से हमारी प्रतिष्ठा से अगर खिलवाड़ किया जाता है। तो हम उसे हरगिज बर्दास्त नही करेंगे । संवैधानिक तरीके से हम उसका विरोध करेंगे।और अगर शासन- प्रशासन के द्वारा हमारे मानवीय मौलिक अधिकारों की रक्षा नही की जाती और हमे उपेक्षित किया/ समझा जाता है। और अगर हमारे विरुद्ध एक पक्षीय कार्यवाही की जाती है।तो हम उनपे अपनी सुरक्षा की जबावदेही नही छोड़ सकते। नतीजतन हमें अपने आराध्य देवी माँ भगवतीऔर महादेव और श्रीराम को याद कर हमें उन दुष्टों का प्रतिकार करना ही मेरी जिम्मेदारी / जवावदेही होगी। जिसे हम अपना स्वधर्म समझ स्व युद्ध का शंखनाद करेंगे ।

हम हिन्दू हैं हिन्दुस्तान हमारा हैं हम अपने हिंदुस्तान में अपनों की पलायन नही सहेंगे। हम प्रतिकार करेंगें ।
हम हिन्दू अपने भाइयों को हिन्दुस्तान में विस्थापित की जीवन जीने को मजबूर नही होने देंगे ।
हम भारतीय पुरातन संस्कृति को खंडित करने अधिकार किसी को नहीं दे सकते ।
अपने प्रो जो कि मान मैया दा प्रतिष्ठा को सनातन पूजा पद्धति को दूषित करने वाले हर प्रयासों का प्रतिकार करना हमारा लक्ष्य होगा ।
मैं स्पष्ट तौर पर बताना चाहता हूं कि भारत की हर संसाधन पर केवल और केवल हम हिन्दूओं का हीं हक है ।
हम खण्डित भारत भूमि को और खण्डित होने नही देंगे

हम हिन्दू राष्ट्रवादी हैं हमारे शरीर में महान पूर्वजों की रक्त समाहित है हम पराकर्मी पिता की संतान हैं।हमारे पूर्वजों के द्वारा जो आर्यावर्त की सिमा बांधी गयी थी। हम उस अखण्ड भारत की उस चौहद्दी को निर्धारित हो हम हर ऐसा प्रयास करेंगे । अपने पूर्वजो के अखण्ड हिन्दू राष्ट् केे सपनों को साकार करने में अपनी शत प्रतिशत भगीदारी सुनिश्चित करेंगे। हम विराट हिन्दुस्तान के निर्माण को प्रतिबद्ध होकर
सजग हिन्दू
सुखी हिन्दू,v समृद्ध हिन्दू,
सम्मानित हिन्दू,
संस्कारित हिन्दू
समर्थवान हिन्दू की कल्पना कर उसे यथार्थ करने में अपनी भूमिका निभाने का हम संकल्प करते हैं । आज से मैं हिन्दू पुत्र का एक सशक्त धर्मयोद्धा बनकर हिन्दू हित में अपनी आहुति देने में भी पीछे नही हटूंगा ऐसी प्रतिज्ञा करता हूँ मैं पूरी गम्भीरता पूरी सजगता, से बिना किसी द्वेष, दवाव या व्यक्तिगत प्रतिषोध की भावणा के अपनी संकल्पों के प्रति प्रतिबद्ध रहने की सहमति रखता हूँ संकल्प करता हूँ ।

------------:::::::::::::जय श्रीराम :::::::::::-----------